पुरानी दोस्ती को इस नई ताकत से मत तौलो । ये सम्बन्
"पुरानी दोस्ती को इस नई ताकत से मत तौलो ।
ये सम्बन्धों की तुरपाई हैं , षड्यंत्रों से मत खोलों ।।
मेरे लहज़े के छेनी से गढे कुछ देवता जो तब ,
मेरे लब्जो पे मरते थे वो अब कहते है मत बोलो ।।
- कुमार रोहित"
पुरानी दोस्ती को इस नई ताकत से मत तौलो ।
ये सम्बन्धों की तुरपाई हैं , षड्यंत्रों से मत खोलों ।।
मेरे लहज़े के छेनी से गढे कुछ देवता जो तब ,
मेरे लब्जो पे मरते थे वो अब कहते है मत बोलो ।।
- कुमार रोहित