नजर नजर से मिलाओ हसीनों का एतराम करो है नाम जवानी मेरा मुझे सलाम करो जो हुसैन चाहे लग जाए आज पानी में किसी हसीन को देखा भी है जवानी में सामान्य आज राखी झूठी कसम खाने को वह खुद मैं ना जलाए परवाने को खुशी खुली बाजार में हुसैन का सौदा ना करो प्यार अगर सच्चा है तो तुम मुझे रुसवा ना करो हम किसी आशिक से वास्ता नहीं रखते हम अपने घर में आईना नहीं रखते जितनी बदनामी आती है वह सब देखनी छोड़ दो अब मुझे तुमसे मतलब नहीं मेरी तस्वीर क्यों देखते हो मेरी तस्वीर को फाड़ कर फेंक दो मेरा हरकत जलाने का वादा करो आ गए हो तो जाने की जिद ना करो जा रहे हो तो आने का वादा करो
©Radhe Ji