जय -पराजय से परे , निज पथ पर चलना सदा इस आधुनिक दौ
"जय -पराजय से परे , निज पथ पर चलना सदा
इस आधुनिक दौर में, जड़ों से जुड़े रहना सदा
तनावों से हरदम रखकर बैर तुम
धूप हो या छाँव , जिंदगीभर मुसकुराते रहना सदा"
जय -पराजय से परे , निज पथ पर चलना सदा
इस आधुनिक दौर में, जड़ों से जुड़े रहना सदा
तनावों से हरदम रखकर बैर तुम
धूप हो या छाँव , जिंदगीभर मुसकुराते रहना सदा