सादगी को आपकी,
यूँ लफ्जों में तोड़कर नज़्म बनाना आता है हमें
आपसे मोहब्बत करते हैं
तो आपकी कमियों से फर्क कैसा
कमियों से भी इश्क निभाना आता है हमें
पलकों पर ठहरे अश्क बयाँ करते हैं,
आपकी खामोशी का सबब
दिल के और करीब आने दीजिए हमें
खामोशी से, बसरों से अश्क चुराना आता है हमें।
#जीवनअनुभव #Emotion