"Good evening quotes in Hindi // गुमसुम सी ढलती शाम //
उलझा -उलझा सा मन, और ये गुमसुम सी ढलती शाम,
जाने कब किस मोड़ पर ज़िन्दगी देगी एक नया फरमान,
और कितने इम्तिहानों से गुज़ारना अब रह गया है बाकी,
एक अरसे से सफ़र है जारी, अब तक मिला नहीं मुकाम।
©Mili Saha
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