लाल, हरा, पीला, नीला जो कहोगी रंग लगाएंगे
होली का त्योहार मिलो तुम अंग से अंग लगाएंगे
ऊँच, नीच और जाति, रंग का सारा भेद मिटायेंगे
झूम उठेगी सारी दुनिया रंग, फिर भंग पिलाएंगे
लाल, हरा, पीला, नीला जो कहोगी रंग लगाएंगे
©pathik
#Holi @Raj PanDiT @S kumar gaTTubaba @Joel Sajan रविन्द्र 'गुल' ek shayar