White मनुष्य के हाथों में सब कुछ होता है,
लाभ -हानि,
जीवन मरण,
जश -अपजश
जो जैसा कर्म करता है, वैसा मिलता है l
स्वयं के किए कर्म पर आधारित होता है l
इस बात को वेदों ने माना है,
तुलसीदास भी रामचरितमानस में भी लिखे हैं l
©Virendra Kumar
#love_shayari साहेब