"लिख दे शोक हम तो हमारी कलम अशरु बहाने की छमता रखती थी
लिख दे अलगाव तो कलम रक्त बहाने की छमता रखती हैं
प्रतंचा खींचते h पृथ्वी राज
कलम तीर को दिसा दिखाने की ताकत रखती है
लिखा गया कलम से ही देश का संविधान
कलम से ही लिखा है गीता का मर्म और वेदों का ज्ञान
©कवि Shivam"