White था मैं नींद में और मुझे इतने प्यार से सजाया | हिंदी Life

"White था मैं नींद में और मुझे इतने प्यार से सजाया जा रहा था, और बड़े ही प्यार से मुझे नहलाया जा रहा था। ना जाने वो कौन अजब खेल मेरे घर में, बच्चो की तरह मुझे कंधो पर उठाया जा रहा था। था पास मेरा हर अपना उस वक्त, फिर भी में हर किसी के मन से भुलाया जा रहा था। जो कभी देखते भी न थे मोहब्बत की निगाहों से, उनके दिल से भी प्यारमुझ पर लुटाया जा रहा था । मालूम नही क्यो हैरान था हर कोई मुझे सोते देख कर, जोर – जोर से रोकर मुझे जगाया जा रहा था । कॉप उठी मेरी रूह वो मंज़र देख कर, जहा मुझे हमेशा के लिए सुलाया जा रहा था । मोहब्बत की इंतेहा थी जिन दिलों में मेरे लिए ,आज उन्हीं दिलों के हाथो मैं जलायाजा रहा था । इस दुनिया में कोई किसी का हमदर्द नहीं होता है। लाश को शमशान में रखकर अपने लोग ही पूछते हैं और कितना वक्त लगेगा। ©राय जी"

 White था मैं नींद में और मुझे इतने प्यार से सजाया जा रहा था, और बड़े ही प्यार से मुझे नहलाया जा रहा था।   
ना जाने वो कौन अजब खेल मेरे घर में, बच्चो की तरह मुझे कंधो पर उठाया जा रहा था।
था पास मेरा हर अपना उस वक्त, फिर भी में हर किसी के मन से भुलाया जा रहा था। 
जो कभी देखते भी न थे मोहब्बत की 
निगाहों से, उनके दिल से भी प्यारमुझ पर लुटाया जा रहा था । 
मालूम नही क्यो हैरान था हर कोई 
मुझे सोते देख कर, जोर – जोर से रोकर
मुझे जगाया जा रहा था ।
कॉप उठी मेरी रूह वो मंज़र देख कर,
जहा मुझे हमेशा के लिए सुलाया 
जा रहा था ।
मोहब्बत की इंतेहा थी जिन दिलों में मेरे लिए ,आज उन्हीं दिलों के हाथो मैं जलायाजा रहा था । 
इस दुनिया में कोई किसी का हमदर्द नहीं होता 
है।  लाश को शमशान में रखकर 
अपने लोग ही पूछते हैं और कितना वक्त लगेगा।

©राय जी

White था मैं नींद में और मुझे इतने प्यार से सजाया जा रहा था, और बड़े ही प्यार से मुझे नहलाया जा रहा था। ना जाने वो कौन अजब खेल मेरे घर में, बच्चो की तरह मुझे कंधो पर उठाया जा रहा था। था पास मेरा हर अपना उस वक्त, फिर भी में हर किसी के मन से भुलाया जा रहा था। जो कभी देखते भी न थे मोहब्बत की निगाहों से, उनके दिल से भी प्यारमुझ पर लुटाया जा रहा था । मालूम नही क्यो हैरान था हर कोई मुझे सोते देख कर, जोर – जोर से रोकर मुझे जगाया जा रहा था । कॉप उठी मेरी रूह वो मंज़र देख कर, जहा मुझे हमेशा के लिए सुलाया जा रहा था । मोहब्बत की इंतेहा थी जिन दिलों में मेरे लिए ,आज उन्हीं दिलों के हाथो मैं जलायाजा रहा था । इस दुनिया में कोई किसी का हमदर्द नहीं होता है। लाश को शमशान में रखकर अपने लोग ही पूछते हैं और कितना वक्त लगेगा। ©राय जी

#अपने लोग sad shayari on life

People who shared love close

More like this

Trending Topic