ख्वाब सारे हम भूल चुके हैं
ख्वाहिशों की पैरों में जंजीर डाल चुके हैं
उड़ते थे जो मन हमारे उसके पर काट चुके हैं
हां आदत हो तूम
एक आदत हो तुम हमारी तुम्हें भुला तो देंगे महज एक शख्स तो हो तुम तुमसे दूर चले तो जाएंगे
माना कि दिल लगी है तुमसे
दिल ही तो है आज नहीं तो कल भूल जाएंगे.
ढूंढना हमें तुम जब हम कुबूल होंगे
खुदा से पूछना हम उसके साथ होंगे
©Chita Ranjan
#CrescentMoon