New Year 2024-25 इश्क में डूबकर मुझे उस पार जाना है,
इश्क में कुर्बान होकर आज़ाद हो जाना है।
सुना है कि लोग प्यार में ज़िंदा कहाँ रहते,
इश्क में जीना छोड़, मुझे फना होना है।
एक वक्त था जब सुकून ढूँढता था,
जब हर एक दर्द में जुनून ढूँढता था।
क़ाज़ी, हाकिम और वो सामने खड़ी,
कुछ बातें कर अलविदा चाहता था।
©theABHAYSINGH_BIPIN
#Newyear2024-25 इश्क में डूबकर मुझे उस पार जाना है,
इश्क में कुर्बान होकर आज़ाद हो जाना है।
सुना है कि लोग प्यार में ज़िंदा कहाँ रहते,
इश्क में जीना छोड़, मुझे फना होना है।
एक वक्त था जब सुकून ढूँढता था,
हर एक दर्द में जुनून ढूँढता था।
अब क़ाज़ी, हाकिम और वो सामने खड़ी,