हमें अकेला रहेना अच्छा लगता हैं
क्योकि खुशी में सबको साथ
दुख मे खुद को अकेला पाया
अपने तो बहोत हैं
अपना बनकर किसी ने न दिखलाया
खुद से लगाई एक उम्मीद---🩷🩵🩶
खुद के लिए खुद काम आयेंगे
ऐ ज़िंदगी रूठ जाएंगे तुझसे हम
पर किसी को कभी ना बुलाएँगे
©manshisingh@gmail.com
doosro se lagayi gayi ummmeed aksar toot jati h