दिल बेताब है तेरी काली जुल्फों में सो जाने को
दे इजाजत लबो को चूमकर रूह में उतर जाने को
तस्व्वुर करता हूँ जब तेरी नशीली आँखों मे तैर जाने का
चेहरा खिल उठता है मेरा फिर से तुझमें संवर जाने को
लब खुश्क है ,दिल की धड़कनों में हलचल उफान पर है
सांसे महक रही है तेरी सांसों में ठहर जाने को
है इंतजार किस पल का अंजुम यूँ वक़्त ए इश्क़ जाया न कर
इलाही बैठा है बेसब्र तेरी रूह में इश्क़ ए शहर बनाने को
✍️इमरान इलाही
#message दिल बेताब है तेरी काली जुल्फों में सो जाने को
दे इजाजत लबो को चूमकर रूह में उतर जाने को
तस्व्वुर करता हूँ जब तेरी नशीली आँखों मे तैर जाने का
चेहरा खिल उठता है मेरा फिर से तुझमें संवर जाने को
लब खुश्क है ,दिल की धड़कनों में हलचल उफान पर है
सांसे महक रही है तेरी सांसों में ठहर जाने को