सिंहों की मैया करके सवारी रणभूमि में चली जा रहीं हैं गदा चक्र त्रिशूल हाथ में संभाले लहू के लिए खप्पर लिए जा रहीं हैं....
चंड मुंड दानव बड़े शक्तिशाली बुरी दशा देवों की खूब कर डाली
स्वर्ग में जाकर छीना सिंहासन इंद्र की आफ़त बढ़ी जा रही है....
ब्रह्मा विष्णु शिव को जाकर बताया देवों ने सारा हाल सुनाया पुकारा सभी ने आदिशक्ति माँ को सिंह पर बैठी माँ नजर आ रहीं हैं....
रण में जाकर मैया गर्जना हैं करती आसमान डोले काँपे सारी धरती
दोनों दंगों की काठी धड़ से गर्दन खून पानी जैसा पिए जा रहीं हैं....
तीनों लोकों में होते जय जयकारे सुर नर मुनि आज खुशी होते सारे
देवों ने नभ से पुष्प बरसाए देवी की महिमा गाई जा रही है....
©Mukesh-Madhav
#navratri