White हृदय चन्द्रमा ! एक नया बहाना ढूंढता है, हवाओ | हिंदी कविता

"White हृदय चन्द्रमा ! एक नया बहाना ढूंढता है, हवाओ मे बहता हुआ बातों की बाते करता है, मुस्कुराता मोह मोहि के मोह में, फिर एक नया बहाना ढूंढ़ता है । काली अंधेरी चादर में चुपके से, चंचल चित तकता है, बातों ही बातों में न जाने कितनी बाते बुनता है, फिर एक नया बहाना ढूंढता है। छू कर रजनी सी रश्मी, कुछ कौतुक सी बाते करता है, न जाने कैसी सी बाते करता है, न जाने कौन सी बाते सुनता है । एकांत अनवरत सी चित गंगा में, कोलाहल और ध्वनि संगीत सुनता है, प्रसंग प्रीत सब रीत यही है, हृदय चन्द्रमा ! एक नया बहाना ढूंढता है.... प्रेरणा "युक्ता" ©Prerana"Yukta""

 White हृदय चन्द्रमा ! एक नया बहाना ढूंढता है,
हवाओ मे बहता हुआ बातों की बाते करता है,
मुस्कुराता मोह मोहि के मोह में,
फिर एक नया बहाना ढूंढ़ता है ।

काली अंधेरी चादर में चुपके से,
चंचल चित तकता है,
बातों ही बातों में न जाने कितनी बाते बुनता है,
फिर एक नया बहाना ढूंढता है।

छू कर रजनी सी रश्मी,
कुछ कौतुक सी बाते करता है,
 न जाने कैसी सी बाते करता है,
न जाने  कौन सी बाते सुनता है ।

एकांत अनवरत  सी चित गंगा में,
कोलाहल और ध्वनि संगीत  सुनता है,
प्रसंग प्रीत सब रीत यही है,
हृदय चन्द्रमा ! एक नया बहाना ढूंढता है....   
                                           प्रेरणा "युक्ता"

©Prerana"Yukta"

White हृदय चन्द्रमा ! एक नया बहाना ढूंढता है, हवाओ मे बहता हुआ बातों की बाते करता है, मुस्कुराता मोह मोहि के मोह में, फिर एक नया बहाना ढूंढ़ता है । काली अंधेरी चादर में चुपके से, चंचल चित तकता है, बातों ही बातों में न जाने कितनी बाते बुनता है, फिर एक नया बहाना ढूंढता है। छू कर रजनी सी रश्मी, कुछ कौतुक सी बाते करता है, न जाने कैसी सी बाते करता है, न जाने कौन सी बाते सुनता है । एकांत अनवरत सी चित गंगा में, कोलाहल और ध्वनि संगीत सुनता है, प्रसंग प्रीत सब रीत यही है, हृदय चन्द्रमा ! एक नया बहाना ढूंढता है.... प्रेरणा "युक्ता" ©Prerana"Yukta"

#Moon

People who shared love close

More like this

Trending Topic