वो मंझिल हैं मेरी,☺🤟🏻 जहा में पोहचना चाहता हूँ,🙈 र | हिंदी कविता

"वो मंझिल हैं मेरी,☺🤟🏻 जहा में पोहचना चाहता हूँ,🙈 रिश्तो-नातोसे दूर,😌 अपना जहा बसाना चाहता हूँ,😇 गुरुर करता हूँ अपने वक़्त पे,🙏🏻🤓 बड़ा लाजवाब चल रहा हैं,😉 सिमटके हर कोसी के गम को,💪🏻✌🏻👍🏻 एक हसने की वजह बन जाना चाहता हूँ😂☺😘 *Written by Abhi* ...😘😘☺☺😊😊"

 वो मंझिल हैं मेरी,☺🤟🏻
जहा में पोहचना चाहता हूँ,🙈
रिश्तो-नातोसे दूर,😌
अपना जहा बसाना चाहता हूँ,😇
गुरुर करता हूँ अपने वक़्त पे,🙏🏻🤓
बड़ा लाजवाब चल रहा हैं,😉
सिमटके हर कोसी के गम को,💪🏻✌🏻👍🏻
एक हसने की वजह बन जाना चाहता हूँ😂☺😘
 *Written by Abhi* ...😘😘☺☺😊😊

वो मंझिल हैं मेरी,☺🤟🏻 जहा में पोहचना चाहता हूँ,🙈 रिश्तो-नातोसे दूर,😌 अपना जहा बसाना चाहता हूँ,😇 गुरुर करता हूँ अपने वक़्त पे,🙏🏻🤓 बड़ा लाजवाब चल रहा हैं,😉 सिमटके हर कोसी के गम को,💪🏻✌🏻👍🏻 एक हसने की वजह बन जाना चाहता हूँ😂☺😘 *Written by Abhi* ...😘😘☺☺😊😊

#हसते_हसते

People who shared love close

More like this

Trending Topic