White आंखे तालाब नहीं फिर भी भर आती है। दिल कांच | हिंदी Sad

"White आंखे तालाब नहीं फिर भी भर आती है। दिल कांच नहीं फिर भी टूट जाता है l इंसान मौसम नहीं फिर भी बदल जाता है।। ©Jaiveer Singh"

 White आंखे तालाब नहीं फिर भी भर आती है। 
दिल कांच नहीं फिर भी टूट जाता है l इंसान मौसम नहीं फिर भी बदल जाता है।।

©Jaiveer Singh

White आंखे तालाब नहीं फिर भी भर आती है। दिल कांच नहीं फिर भी टूट जाता है l इंसान मौसम नहीं फिर भी बदल जाता है।। ©Jaiveer Singh

#sad_qoute

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