Unsplash ये शीतल सी वायु, ये पूस का मास । ये बिखरे से केश, ये एकांत का वास ।। हैं स्वयं में अदृश्य, ना है किसी की आस । पुनः आया वो मास, जिसमें है पीड़ा का वास ।। ©Deepti Sengar #lovelife Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto