White मुझे उम्मीदों में पलने दो
खुद में जिन्दा रहने दो
जब एक दिन समाज नकारेगा
तभी तो मन का सूरज निखरेगा
क्यों भागूं मै सफलता के लिए
अरे जीने दो अपनी मनोदशा के लिए
अरे क्या हो गया जो ना बन पाए अधिकारी
भुजती हुई आग से जलायेंगे एक दिन चिंगारी
फिर होगा नया उदय प्रफुल्लित होगा मेरा हृदय
नया सवेरा नयी ऊर्जा और नयी चेतना
फिर निकाल आखिरी तीर, है समाज को भेदना
मै ही हूँ मेरे जगत का कर्त्ता
मै ही हूँ मेरा प्रेरक वक्ता
एक दिन उम्मीदों का निचोड़ आएगा
आएगा अपना भी समय आएगा
©Manpreet Gurjar
#rajdhani_nightAnshu writer - @छोटे हार्दिक Priyasharmaofficial12 @SINGER RAJKUMAR @Sm@rty Divi P@ndey