क्यू में तेरी और खींचा चला आता हु,
दूर है फिर भी पास में तुजे पाता हु
नही है होश,खामोशी से है इशारा
लफ्ज़ निकले ही नहीं तेरे लिए
फिर भी चाहता हु हर वक्त तेरा सहारा
एक बार तो देख लेती ,सुन लेती अहसास को
नजर ताक के बैठा है आसमां में
कब आयेगावो पल, जो में चाहता हु नजारा......
©Mr Abhi
#mobileaddict