White " हमारी बिटिया "
मेरी संगिनी उनको रुबिका कहतीं है
और मैं उन्हें कायनात कहता हूं ,
मेरी संगिनी उनको दिन कहतीं है
और मैं उन्हें चांदनी रात कहता हूं ,
मेरी संगिनी उनको भावना कहतीं है
और मैं उन्हें जज़्बात कहता हूं ,
मेरी संगिनी उनको हल्की सर्द कहतीं है
और मैं उन्हें पूश की रात कहता हूं ,
मेरी संगिनी उनको गुलमोहर का फूल कहतीं है
और मैं उन्हें सावन की बरसात कहता हूं ।
©Vikash Kumar
#कविता_और_चिंतन