शाम का वक्त है, चाय पी कर चलते हैं
जलेबियां उसे पसंद है जलेबियां लेकर चलते हैं
उसे तैयार होने में वक्त लगता है
सुनो हवाओं हम आहिस्ता-आहिस्ता चलते हैं
हम ना कह सके तो फिर तुम कह देना
जिंदगी का सफर अब हम साथ साथ चलते हैं
----: नागेन्द्र तिवारी :----
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©Nagendra Tiwari
#Night