सब अपनी अपनी जिंदगी अपने ढँग से जीना चाहते है!!सब 2!!
अरे "पागल "कभी "अपने साथी के ढँग से जी के देख
सुकून नहीं "
"जिंदगी"
निखर जाएगी ____________
ये मेरा ज्ञान कहता है
"या "
__________ _ ऐसे ही जियो
जी तो रही हों
भगवान ऐसा क्या नहीं दिया जिसका शोक मनाते फिरते हों
©teerthraj nishad
#ranveerdeepika