काश कोई मिले इस तराह के फिर जुदा ना हो, काश कोई सम | हिंदी शायरी

"काश कोई मिले इस तराह के फिर जुदा ना हो, काश कोई समझे ऐसे के फिर खफा ना हो। ©s.k shayar"

 काश कोई मिले इस तराह के फिर जुदा ना हो,
काश कोई समझे ऐसे के फिर खफा ना हो।

©s.k shayar

काश कोई मिले इस तराह के फिर जुदा ना हो, काश कोई समझे ऐसे के फिर खफा ना हो। ©s.k shayar

#shabd

People who shared love close

More like this

Trending Topic