लम्हे वो प्यार के जो जिए थे वजह तुम थे
ख्वाब वो जन्नत के जो सजाये थे दिल का करार तुम थे रूह की पुकार तुम थे
मेरे जीने की वजह तुम थे लबों पे हँसी थी जो वजह तुम थे आँखों में नमी थी जो वजह तुम थे रातों की नींद तुम थे दिन का चैन तुम थे मांगी थी जो रब से वो दुआ तुम थे मेरीदीवानगी तुम थे मेरी आवारगी तुम थे
बनाया मुझे शायरवो शायरी तुम थे
तुम थे तो हम थे मेरी जिंदगी तुम थे
#OpenPoetry #tum the..