रौला किस बात का, मुकदमा किस बात का, अर किस बात का | हिंदी शायरी Video
"रौला किस बात का, मुकदमा किस बात का,
अर किस बात का झगड़ा।
राज्जी रहवै तो ठीक, नहीं ना निभदी,
तो-
यो अपणे रस्ते, अर तूं अपणे रस्ते जा।
कमा-खा। मुकदमा मिटा मुकदमा"
रौला किस बात का, मुकदमा किस बात का,
अर किस बात का झगड़ा।
राज्जी रहवै तो ठीक, नहीं ना निभदी,
तो-
यो अपणे रस्ते, अर तूं अपणे रस्ते जा।
कमा-खा। मुकदमा मिटा मुकदमा