करवट किस ओर लेगी ये जिंदगी मालिक
हमारे किस्से फिर कौन सुनाएगा उन्हें
बिगड़ती पीढ़ियां कब तक सहेजी जाएगी
न जाने कब कौन रास्ते पे लाएगा उन्हें
बिकेंगे हौसले तो आयेगे चंद खरीदार मगर
मोल उनकी क़ीमत का तब कौन बताएगा उन्हें
करवट किस ओर लेगी ये जिंदगी मालिक
हमारे किस्से फिर कौन सुनाएगा उन्हें ।
नितिन श्रीवास्तव
©Nitin kumar srivastava