बच्चे देश का भविष्य होते हैं और आने वाली नई पीढ़ी ही राष्ट्र और समाज के भविष्य का निर्धारण करती है।
अभी 35 दिन पहले ही कुछ बेसहारा 7 कुत्तो के (पपी) को छोड़कर उनकी माँ इस दुनिया से हमेसा के लिए उनसे दूर चली गयी।जिसे देख मन दुखी और दया का भाव मन मे बार बार हिलोरे ले रहा था।आज रियार्थ को ये जिम्मेदारी का 32 वा दिन चल रहा है। रियार्थ आज इन्हें खाना देना ही नही ।इसे अपना मूल कर्तव्य भी समझ रहा है।
साथ ही एक पिता होने के नाते मेरे पुत्र के प्रति कुछ कर्तव्य हैं। जो उसे बचपन से ही उन्हें त्याग, ममता,