"कभी अंधेरा है!
तो कभी उजाला है!
ये लालटेन हर घर को
रोशन कर देने वाला हैं!
ये जंगल भी रात में कैसे
खामोश रहने वाला है!
जुगनुओं से जंगल भी
रात में जगमगाने वाला है!
रातें कितनी भी काली
क्यूँ ना हो गुज़र जाती हैं!
हर एक अंधेरे के बाद
एक नया सवेरा लाती हैं!
abhishek sharma!
©mysterious boy"