"रब जाने किस-किस को प्यार मिला आदि
हम तो उसे गले लगाने तक को तड़प तड़प
के मरते हैं
ऐ खुदा किस-किस को ना दी
आपने मंजिलें आदि
हम तो अपना इन चार दीवारों में
दिल ए अंदाज बयां सब ए उल्फत में करते हैं
Rakib Shayar का दर्दे दिल
Aadi की दिल ए उल्फत
©Rakib B"