White चाहकर जन्म दिया है मेने इन्हें
तो बोझ भी में ही उठाऊंगा
उफ़ ना करूंगा एक पल को भी
चुप चाप सब सहता जाऊंगा
पिता हूं बेटे की कमी को
हर पल महसूस करता हूं
मगर किस्से कहूं अपने दिल की बातें
दिल में ही दफन करता जाऊंगा
दिलासा झूठा भी क्या दूं उसे में
उसके जिगर का टुकड़ा कहां से लाऊंगा
छीन लिया जिसने सुख चैन सब मेरा
उसके आगे अब में क्या सर झुकाउंगा
©Dr Yatendra Gurjar
#sad_shayari