वो तुम ही थे शायद, जिसे देखकर मुहब्बत का मतलब समझ आया था
वो तुम ही थे शायद, जिसके सामने नज़रें शर्म से झुकी थी
माना की, पहले इज़हार करने वाले भले हम ही थे,
पर उस इज़हार को इबादत मान कर कबूल करने वाले तुम ही थे
💚
©Dikshita
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