कभी सर्द हवाओं की चुभन जिस्म को कंपकपाएगी कभी आग ब | हिंदी शायरी Video

"कभी सर्द हवाओं की चुभन जिस्म को कंपकपाएगी कभी आग बरसाती धूप हमें पसीने से नहलाएगी कभी बारिश की नन्हीं बूंद जाने कितने गीत सुनाएगी मौसम बदलते रहेगें फूल खिलते रहेगें ©DOGRA SURENDER "

कभी सर्द हवाओं की चुभन जिस्म को कंपकपाएगी कभी आग बरसाती धूप हमें पसीने से नहलाएगी कभी बारिश की नन्हीं बूंद जाने कितने गीत सुनाएगी मौसम बदलते रहेगें फूल खिलते रहेगें ©DOGRA SURENDER

#achievement

People who shared love close

More like this

Trending Topic