"हारे के सहारे की जय"
में सिर्फ कर्म करता हूं, मुझे फल की चिंता नहीं है।
क्योंकि मेरा श्याम मुझे जो देगा, वही मेरे लिए सही है।
में जब भी मुसीबत में होता हूं, श्याम नाम मुख पर आता है। क्योंकि मुसीबत में मेरा श्याम ही काम आता है।
सुबह, दोपहर और शाम अब न कोई फालतू काम है।
क्योंकि अब मेरी चिंता करने वाला खुद खाटू श्याम है।
"जय श्री श्याम"
©pksayar1995
#जय श्री श्याम