सीने में दिल
दिल की धड़कन
और धड़कन में तू
मेरे जीवन के
हर पल हर क्षण में तू
तू जो न हो तो
साँस रुक जाती है
सच्चाई का स्पंदन तू
ये धरा ये जल
ये लहलहाती फसल
इस माया की चितवन तू
तू है तो रात
तू है तो दिन मेरा
मौत भी तू और जीवन तू।
©अनिल कसेर "उजाला"
कविता