ए अल्लाह डूब सी गई है
ज़िंदगी हमारी गुनाहों मे
हम पर अपनी रहमत का
साया अता फरमाए।
कहीं गुनहगार ही
इंतिक़ाल ना कर जाएं।।
©Sarfaraj idrishi
ए अल्लाह डूब सी गई है ज़िंदगी हमारी गुनाहों मे हम पर अपनी रहमत का साया अता फरमा कहीं गुनहगार ही इंतिक़ाल ना कर जाएं Islam Manas shandilya @h m alam s @Raj-Simran @Laj Kumar Praveen Storyteller