बीता हुआ हर एक लम्हा याद है मुझे
तुम नहीं हो फिर भी तेरा इन्तेजार है मुझे
वक्त बेवक्त नज़र आते हो तुम मुझे
पल पल एहसास दिलाते हो तुम मुझे
तुम पास नहीं
दूर हो,
फिर भी ना जाने कैसे नजर
आते हो तुम मुझे
ये खुदा का ही तो करिश्मा है
इस जहान में ना होते हुये भी
हर लम्हा याद आते हो तुम मुझे
©Rama Goswami