ज़ब किसी भविष्य बक्ता ने एक दिन मेरी जन्म कुंडली
देख कर मेरे बचे झूचे दिनों का ज़िक्र किया तो मै भयभीत हो गया था
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और वो भय मुझ पर इतना हावी हो गया कि मै रात. आधीरात मे उठकर भी अपने दिलपर हाथ रख कर अपनी साँसों और धड़कनो को
खंगालता रहा .. और ज़ब लगता सब व्यवस्थित रूप सेचल रहा हैँ और मै अभी भी और लोगो की तरह बाक़यदा जी रहा हूँ तो चाय की सांस लेने लगता हूँ
©Arora PR
जन्म कुंडली