खाबो की ईंट से एक घर बनाऊंगा। में तारिक रात में जु | हिंदी शायरी

"खाबो की ईंट से एक घर बनाऊंगा। में तारिक रात में जुगनू बन जाऊंगा। इस बार जो लौटा हूं शहर को सनम। अब फ़िर पलट के गांव ना आऊंगा। ©Mohd Shuaib Malik~सनम"

 खाबो की ईंट से एक घर बनाऊंगा।
में तारिक रात में जुगनू बन जाऊंगा।
इस बार जो लौटा हूं शहर को सनम।
अब फ़िर पलट के गांव ना आऊंगा।

©Mohd Shuaib Malik~सनम

खाबो की ईंट से एक घर बनाऊंगा। में तारिक रात में जुगनू बन जाऊंगा। इस बार जो लौटा हूं शहर को सनम। अब फ़िर पलट के गांव ना आऊंगा। ©Mohd Shuaib Malik~सनम

#शहर #snam #mohdshuaibmalik

People who shared love close

More like this

Trending Topic