#5LinePoetry कुछ इस तरह से अपनी
" भावनाएं " लिख देता हूं
शब्द कम लिखता हूं
गहरे " भावार्थ " लिख देता हूं
लोग जिस वर्तमान को सिर्फ जीतें है महज़,
मैं " कवि " हूं साहब ...
मैं उसी वर्तमान को पढ़ता पढ़ता
भविष्य का इतिहास लिख देता हूं ।।
©नि:शब्द अमित शर्मा
#5LinePoetry