सच्ची मर्दानगी का मतलब औरत को बिस्तर पे संतुष्ट करना नहीं है
हिटलर,चंगेज या नादिर शाह बनकर संहार करना भी नहीं
पुरुष की श्रेष्ठता है बुद्धत्व को प्राप्त करना सिद्दार्थ की तरह पुर्ण अवतरित होना कृष्ण की तरह तीर्थंकर होना महावीर की तरह लेकिन नीचे गिरने मे कोई जोर नहीं लगता अपनाआप गिरता है ऊपर उठने में विरोध झेलना पड़ता है इसलिये गिरना स्वीकार है उठने मे कौन अपार कष्ट सहन करे
©Ayush kumar gautam
#mahashivaratri मर्दानगी का मतलब