सुबह आंखे खुलने के बाद से लेकर ही शुरू होती है वक्त के साथ जंग हमारी
कभी कभी बोहोत मुश्किल लगती है जिंदगी की कहानी
ऐसे निकल जाता है पूरा दिन
कैसे गिने हम इन्हें चुन चुन
बस की भीड़ और बॉस की बातो में ही आती है शाम और याद आता है एक ही रात में पूरा करना है तीन दिन का काम
पोहोच ते जब आशियाने तक फोन पर मम्मी पापा के मिस कॉल आकर सामने दिलाते है याद यही वह शक्स है जो पूछते है इस गजब दुनियादारी में हमारा हाल
©Rina
#Light