रौनक सुनसान है, सब्र परेशान है वादियों को अपने शहर | हिंदी शायरी

"रौनक सुनसान है, सब्र परेशान है वादियों को अपने शहर होने का गुमान है डर हंस कर घबराहट निगल गया शक को यकीन है सरकार ही शैतान है ईमान खरीदना है तो मेरे सरकार के पास जाइए मेरे देश का नाम हिंदुस्तान है पता हमसे ले लो मगर बच कर जाना वहां रहजनी का इम्कान है वहां बादशाहत खूनी की है हर शहिद मुसलमान है यहां चोरी ग़ैर क़ानूनी मसला है इसका एक अलग समाधान है जारी है तहकीक अभी तक विकास की बासित हमारे यहां विकासशील कप्तान है #अब्दुल_बासित_तहकीक ©Syed Abdul Basit"

 रौनक सुनसान है, सब्र परेशान है
वादियों को अपने शहर होने का गुमान है

डर हंस कर घबराहट निगल गया
शक को यकीन है सरकार ही शैतान है

ईमान खरीदना है तो मेरे सरकार के पास जाइए
मेरे देश का नाम हिंदुस्तान है

पता हमसे ले लो मगर बच कर जाना
वहां रहजनी का इम्कान है

वहां बादशाहत खूनी की है
हर शहिद मुसलमान है

यहां चोरी ग़ैर क़ानूनी मसला है
इसका एक अलग समाधान है

जारी है तहकीक अभी तक विकास की
बासित हमारे यहां विकासशील कप्तान है

#अब्दुल_बासित_तहकीक

©Syed Abdul Basit

रौनक सुनसान है, सब्र परेशान है वादियों को अपने शहर होने का गुमान है डर हंस कर घबराहट निगल गया शक को यकीन है सरकार ही शैतान है ईमान खरीदना है तो मेरे सरकार के पास जाइए मेरे देश का नाम हिंदुस्तान है पता हमसे ले लो मगर बच कर जाना वहां रहजनी का इम्कान है वहां बादशाहत खूनी की है हर शहिद मुसलमान है यहां चोरी ग़ैर क़ानूनी मसला है इसका एक अलग समाधान है जारी है तहकीक अभी तक विकास की बासित हमारे यहां विकासशील कप्तान है #अब्दुल_बासित_तहकीक ©Syed Abdul Basit

#Modi
#Travelstories
#ABDUL_BASIT_TAHQIQ
#अब्दुल_बासित_तहकीक

People who shared love close

More like this

Trending Topic