"मोती के लिए सीप का बिखरना,
सूर्य की किरण से आसमां का निखरना,
तितली की गोद में कली का खिलना,
हवा के झोंके से तेरे बालों का सवरना,
ठंड की रातों में बाहों में आके सिकुड़ना
हां यही तो प्यार है ।।"
मोती के लिए सीप का बिखरना,
सूर्य की किरण से आसमां का निखरना,
तितली की गोद में कली का खिलना,
हवा के झोंके से तेरे बालों का सवरना,
ठंड की रातों में बाहों में आके सिकुड़ना
हां यही तो प्यार है ।।