जन्मदिन पर कविता
तोहफे नहीं लाया हूँ मै बस दुआ लाया हूँ कड़कती धुप में बचा सके ऐसी बदलियां लाया हूँ अगर राह के कंकड न हटा सकूँ चलेंगे नंगे पैर की मैं अपने चप्पल छुपा आया हूँ जाम कोई भी मेरे लबो पे आता नहीं कभी पर मैं तेरे लिए जिंदगी का नशा लाया हूँ मैं कवी हूँ कोई महल नहीं ला सकता हूँ खुशी मैं सिर्फ शब्दों में जता सकता हूँ जन्मदिन पर मैं सिर्फ दुआ लाया हूँ !
©Aakash Sahu
Aakashsahu team india
#Jeevan