हमें बचपन से ही सिखाया जाता है कि दूसरों की मदद करो, सत्य बोलो, ईमानदार बनो, सबसे अच्छा व्यवहार करो ये ही मानव जीवन का अभिप्राय है।
लेकिन बड़े होकर जब देखते है कि ये सब करने वाले लोग ही सबसे ज्यादा दुःख भोग रहे है... और जो लोग इसका पालन नही करते हैं वो अच्छे से जी रहे है सब कुछ हासिल भी कर लेते हैं.... तब समाज के बनाए इन आदर्शों
पर सन्देह होने लगता है....
खैर मैंने मेरे जीवन में बहुत कुछ खोया है लेकिन आज तक आत्मसम्मान को कभी खोने नही दिया है.. न ही खोने दूंगा।।
बाकी जिंदगी जिंदाबाद...
©Shiv~
#dryleaf