White जब हम "कुछ भी नहीं"होते - से "थोड़ा कुछ" हो जाने के सफर के रतजगे, टीसें, उदासियां, नाउम्मीदें, निराशाएं, उलाहने, आदि जितने हम खुद सह जाते हैं, उतना ही सह जाती हैं "मां" भी। ©Kishor Taragi RAJ #love_shayari in life quotes Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto