सिर्फ तुम
ख़ुदा की रहमत से हमें भी नज़र मिली है।
इन्हीं नज़रों से ही वो दिल में रहने लगे हैं।।
खुद की नज़र से दुनिया का नज़ारा लेता था।
उनके मिलने से उनकी नज़रों से दुनिया देखना है।।
उनके नज़रिए से ही ज़िंदगी की राह पे चलना है।
उन्हीं की नज़रों में हरदम खुद की 'एक तलाश' है।।
©गौरव उपाध्याय 'एक तलाश'
#pyaar
#सिर्फ_तुम
#एक_तलाश