ये मेरी ज़ुल्फे नहीं , ये मेरी ज़ुल्फे नहीं , तुम | English Shayari Vi
"ये मेरी ज़ुल्फे नहीं , ये मेरी ज़ुल्फे नहीं ,
तुम्हारे यादो के बादल है।
जो हमेशा मुझ पर छाये हुए हैं।
ओर हवा में ऐसे लहराते ह ,
जैसे मुझपर तुम्हारी याद की
घनघोर बारिश बरसात हो ।।
"
ये मेरी ज़ुल्फे नहीं , ये मेरी ज़ुल्फे नहीं ,
तुम्हारे यादो के बादल है।
जो हमेशा मुझ पर छाये हुए हैं।
ओर हवा में ऐसे लहराते ह ,
जैसे मुझपर तुम्हारी याद की
घनघोर बारिश बरसात हो ।।