सोचता हूँ आसमाँ को छोड़ दूँ हाथों से एक हँसी चाँद ब | हिंदी Shayari Vid

"सोचता हूँ आसमाँ को छोड़ दूँ हाथों से एक हँसी चाँद बनाऊं, तोड़ दूँ हाथों से वो जो शीशा सा कहीं टूटा है सीने में काश ऐसा हो कि उसको जोड़ दूँ हाथों से ©Mahi "

सोचता हूँ आसमाँ को छोड़ दूँ हाथों से एक हँसी चाँद बनाऊं, तोड़ दूँ हाथों से वो जो शीशा सा कहीं टूटा है सीने में काश ऐसा हो कि उसको जोड़ दूँ हाथों से ©Mahi

#kitaab

People who shared love close

More like this

Trending Topic